बुढ़ापे पर ये सरकारी स्‍कीम देगी 50,000 रुपए से ज्‍यादा पेंशन, समझ लीजिए कितना करना होगा निवेश

नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जो नागरिकों के सेवानिवृत्ति जीवन को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है। यह योजना शुरू में केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए थी, लेकिन अब यह सभी भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध है। एनपीएस न केवल आपके बुढ़ापे को सुरक्षित करती है, बल्कि एक बेहतर वित्तीय भविष्य की नींव भी रखती है।

एनपीएस एक मार्केट-लिंक्ड पेंशन स्कीम है, जिसमें निवेशक के योगदान का रिटर्न बाजार की स्थितियों पर निर्भर करता है। इस योजना में दो प्रकार के खाते प्रदान किए जाते हैं:

1. टियर-1 खाता: यह अनिवार्य खाता है जिसे कोई भी नागरिक खोल सकता है
2. टियर-2 खाता: यह एक वैकल्पिक बचत खाता है, जो केवल टियर-1 खाताधारकों के लिए उपलब्ध है

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स्कीम की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि 60 वर्ष की आयु पर, निवेशक अपनी कुल जमा राशि का 60% एकमुश्त निकाल सकता है। शेष 40% राशि को अनिवार्य रूप से एन्युइटी में परिवर्तित किया जाता है, जो नियमित मासिक पेंशन का स्रोत बनती है।

50,000 रुपये मासिक पेंशन का लक्ष्य

आइए समझें कि कैसे आप एनपीएस के माध्यम से 50,000 रुपये से अधिक की मासिक पेंशन प्राप्त कर सकते हैं:

1. निवेश की शुरुआत: 35 वर्ष की आयु
2. निवेश अवधि: 25 वर्ष (60 वर्ष तक)
3. मासिक योगदान: 15,000 रुपये
4. कुल निवेश: 45,00,000 रुपये (15,000 × 12 × 25)
5. अनुमानित वार्षिक रिटर्न: 10%
6. कुल जमा राशि: 2,00,68,356 रुपये

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वित्तीय विश्लेषण:

– एन्युइटी के लिए उपलब्ध राशि (40%): 80,27,342 रुपये
– एकमुश्त राशि (60%): 1,20,41,014 रुपये
– अनुमानित मासिक पेंशन (8% एन्युइटी रिटर्न पर): 53,516 रुपये

एनपीएस के प्रमुख लाभ

1. कर लाभ: निवेश पर धारा 80C के तहत कर छूट
2. नियमित आय: सेवानिवृत्ति के बाद नियमित मासिक पेंशन
3. लचीला निवेश: विभिन्न फंड विकल्पों में निवेश का विकल्प
4. पारदर्शिता: ऑनलाइन खाता प्रबंधन और निगरानी
5. सरकारी निगरानी: पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) द्वारा विनियमित

एनपीएस में सफल निवेश के लिए सुझाव

1. जल्द शुरुआत: जितनी जल्दी निवेश शुरू करेंगे, उतना अधिक लाभ मिलेगा
2. नियमित निवेश: मासिक आधार पर निरंतर निवेश करें
3. पोर्टफोलियो विविधीकरण: इक्विटी और डेट का संतुलित मिश्रण रखें
4. लंबी अवधि का दृष्टिकोण: बाजार की अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से न घबराएं
5. समय-समय पर समीक्षा: अपने निवेश की नियमित समीक्षा करें और आवश्यकतानुसार समायोजन करें

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अस्वीकरण: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। निवेश संबंधी निर्णय लेने से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। उल्लिखित रिटर्न और पेंशन राशि अनुमानित हैं और बाजार की स्थितियों के अनुसार भिन्न हो सकती हैं। एनपीएस में निवेश बाजार जोखिम के अधीन है। कृपया निवेश से पहले सभी जोखिम कारकों का मूल्यांकन करें और अपनी वित्तीय स्थिति के अनुरूप निर्णय लें।

1 thought on “RBI के ₹500 नोट पर नया नियम, 10 जनवरी तक ये 3 जरूरी काम करें, नहीं तो होगा नुकसान”

  1. सरकार इंडस्ट्री के रिटायर होने वाले सभी कर्मचारियों को भीख देती है मेहनत करने वालों को भीख और हराम का खाने वाले को रस मलाई क्या बात है सरकार की धन्य हो भारत 🙏🏽 माता

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