माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने प्रतिभाशाली छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना की घोषणा की है। राष्ट्रीय मीन्स-कम-मेरिट छात्रवृत्ति योजना के तहत आठवीं कक्षा के होनहार छात्रों को चार साल में कुल अड़तालीस हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
क्या है 8वीं कक्षा छात्रवृत्ति योजना?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए छात्र को आठवीं कक्षा में पढ़ रहा होना चाहिए। साथ ही सातवीं कक्षा में कम से कम पचपन प्रतिशत अंक होने चाहिए। अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों को पांच प्रतिशत की छूट दी गई है। इस योजना के लिए माता-पिता की सालाना आय साढ़े तीन लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। केवल सरकारी, सहायता प्राप्त या मान्यता प्राप्त विद्यालयों के छात्र ही इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
चयन के लिए उन्नीस जनवरी को एक विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस तीन घंटे की परीक्षा में एक सौ अस्सी बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा में मानसिक क्षमता और शैक्षणिक योग्यता का आकलन किया जाएगा। दिव्यांग छात्रों को तीस मिनट का अतिरिक्त समय मिलेगा।
छात्र बीस नवंबर से दस दिसंबर तक शाला दर्पण पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन स्कूल के माध्यम से किया जाना है। परीक्षा के प्रवेश पत्र दस जनवरी तक जारी कर दिए जाएंगे।
यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन प्रतिभाशाली छात्रों के लिए वरदान साबित हो सकती है। चयनित छात्रों को नौवीं से बारहवीं कक्षा तक हर साल बारह हजार रुपये की छात्रवृत्ति मिलेगी। इससे न केवल उनकी शिक्षा जारी रहेगी बल्कि वे अपनी प्रतिभा का बेहतर विकास कर सकेंगे। यह योजना उन छात्रों के लिए विशेष रूप से लाभदायक है जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई छोड़ने की सोच रहे हैं।
इस तरह यह योजना देश के मेधावी छात्रों को आगे बढ़ने का एक सुनहरा अवसर प्रदान कर रही है। इससे न केवल छात्रों का भविष्य सुधरेगा बल्कि देश को भी प्रतिभाशाली नागरिक मिलेंगे।