दीपावली के बाद सोने-चांदी के दामों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। दीपावली से पहले सोना 81,000 रुपये प्रति दस ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था, जिसके बाद कीमतों में गिरावट आई। शादी के मौसम में लोगों को इससे राहत मिली, लेकिन अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों ने बाजार के रुख को फिर से बदल दिया।
18 नवंबर से इजरायल-हिजबुल्लाह और रूस-यूक्रेन युद्ध में बढ़ते तनाव ने सोने के भावों को प्रभावित किया। विश्व की अस्थिर परिस्थितियों के चलते निवेशक सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में देखने लगे। जब अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता बढ़ती है, तो देश-विदेश के निवेशक सोने में निवेश करने लगते हैं, जिससे इसकी कीमतें बढ़ने लगती हैं।
रूस-अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव ने शादी के मौसम में गहने खरीदने वाले लोगों के बजट को प्रभावित किया है। कई परिवार अब नए सिरे से बजट बनाने को मजबूर हुए हैं, जबकि कुछ लोग कीमतों में गिरावट की उम्मीद में खरीदारी टाल रहे हैं।
बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि 20 जनवरी के बाद अमेरिकी राजनीतिक परिवर्तन से सोने-चांदी के दामों में राहत मिल सकती है। इंदौर के सराफा व्यापार संघ के अनुसार, जनवरी के अंतिम पखवाड़े में गहने खरीदने वालों को कम कीमतों का लाभ मिल सकता है।