भारत सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से देश के गरीब और वंचित वर्ग के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। यह योजना न केवल खाद्य सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों के जीवन स्तर में सुधार लाने का प्रयास भी करती है।
सरकार ने हाल ही में इस योजना में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं जो लाभार्थियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होंगे। अंत्योदय कार्डधारकों को अब 14 किलो गेहूं और 21 किलो चावल मिलेगा। वहीं, प्राथमिकता गृहस्थी (PHH) योजना के तहत प्रति यूनिट पांच किलो अनाज दिया जाएगा।
दिसंबर माह के लिए विशेष आवंटन
इस माह के लिए सरकार ने एक विशेष प्रावधान किया है। प्रति यूनिट दो किलो गेहूं और तीन किलो चावल अतिरिक्त दिया जाएगा, जिससे गरीब परिवारों को राहत मिलेगी।
यह योजना जुलाई 2024 से दिसंबर 2028 तक लागू रहेगी। इस दौरान सरकार का प्रमुख लक्ष्य यह है कि देश में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे और सभी को पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न उपलब्ध हो।
इस पहल का मुख्य फोकस गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों पर केंद्रित है। सरकार खाद्य वितरण में पारदर्शिता और समावेशिता सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है, ताकि समाज के सबसे कमजोर वर्गों को सशक्त बनाया जा सके।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है जो गरीब परिवारों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने में मील का पत्थर साबित हो रही है। यह न केवल भूख से राहत देती है, बल्कि इन परिवारों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।