महाराष्ट्र सरकार ने लाड़ली बहना योजना के तहत मिलने वाली राशि में वृद्धि का महत्वपूर्ण फैसला लिया है। मौजूदा 1500 रुपये प्रति माह की जगह अब महिलाओं को 2100 रुपये मिलेंगे। यह निर्णय नागपुर के शीतकालीन सत्र में लिया जाएगा।
महायुति की जीत का कारण
विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन की जीत में इस योजना की महत्वपूर्ण भूमिका रही। एकनाथ शिंदे, भाजपा और अजित पवार की एनसीपी ने चुनाव से पहले राशि बढ़ाने का वादा किया था। विपक्ष द्वारा महालक्ष्मी योजना के तहत 3000 रुपये देने के वादे के बावजूद महिलाओं ने महायुति को समर्थन दिया।
इस योजना का लाभ उन महिलाओं को मिलता है जिनकी वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है। 1 जुलाई 2024 से शुरू हुई इस योजना की पांचवीं किस्त एडवांस में दी गई थी। चुनावी आचार संहिता के कारण छठी किस्त रुकी हुई है, जिसे नई सरकार के गठन के बाद जारी किया जाएगा।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम
लाड़ली बहना योजना महाराष्ट्र की महिलाओं के लिए आर्थिक सहायता का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन गई है। यह न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने में भी मदद करती है। राशि में वृद्धि से महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार की उम्मीद है।
नई सरकार की प्राथमिकता
महायुति सरकार ने इस योजना को अपनी प्रमुख प्राथमिकताओं में शामिल किया है। राशि बढ़ाने का निर्णय सरकार की महिला कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह कदम राज्य की महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा।