दिसंबर 2024 से राशन कार्ड धारकों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहा है। खाद्य विभाग ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए उन सभी राशन कार्ड धारकों के नाम काटने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिन्होंने अपने राशन कार्ड की ई-केवाईसी नहीं कराई है। यह कदम सरकार की ओर से राशन वितरण प्रणाली को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए उठाया गया है।
ई-केवाईसी की समय सीमा और प्रभाव
विभाग ने राशन कार्ड धारकों को ई-केवाईसी कराने के लिए कई बार मौका दिया और अंतिम तिथि 31 अक्टूबर तक बढ़ाई गई थी। इस समय सीमा के बाद भी जिन लोगों ने अपना सत्यापन नहीं कराया, उनके नाम दिसंबर माह में राशन कार्ड से हटा दिए जाएंगे। इसका सीधा प्रभाव जनवरी 2025 से दिखाई देगा, जब इन परिवारों को सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाला सस्ता राशन बंद हो जाएगा।
राज्य में अब तक 60 लाख से अधिक राशन कार्डों का सत्यापन सफलतापूर्वक किया जा चुका है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में अभी भी बड़ी संख्या में लोगों ने ई-केवाईसी नहीं कराई है। रायपुर में लगभग 2.66 लाख लोग, धारसींवा में 34,967, आरंग में 39,529, तिल्दा में 24,791 और अभनपुर में 26,369 लोग अभी भी ई-केवाईसी से वंचित हैं।
खाद्य विभाग ने उन क्षेत्रों के अधिकारियों को नोटिस जारी किए हैं, जहाँ 80 प्रतिशत से कम राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी हुई है। रायपुर के जिला खाद्य नियंत्रक भूपेन्द्र मिश्रा के अनुसार, संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह कदम सरकार की डिजिटल इंडिया पहल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाना और वास्तविक लाभार्थियों तक सुविधाओं को पहुंचाना है। सरकार का यह निर्णय जहां एक ओर व्यवस्था को सुदृढ़ बनाएगा, वहीं दूसरी ओर यह सुनिश्चित करेगा कि सरकारी सहायता वास्तविक जरूरतमंदों तक पहुंचे।