आज के समय में रेल यात्रा हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है। कई बार ऐसा होता है जब हमें अचानक यात्रा करनी पड़ती है। ऐसी स्थिति में तत्काल टिकट एक वरदान साबित होता है। भारतीय रेलवे ने हाल ही में तत्काल टिकट से जुड़े कई नए नियम लागू किए हैं, जो यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं।
टिकट बुक करना बेहद आसान
तत्काल टिकट एक विशेष सुविधा है जो यात्रियों को यात्रा से एक दिन पहले टिकट बुक करने की सहूलियत देती है। यह सेवा उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है जिन्हें अचानक यात्रा करनी होती है या जिन्हें सामान्य टिकट नहीं मिल पाता।
इस समय करें बुक
रेलवे ने एसी और स्लीपर क्लास के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किए हैं। एसी क्लास की बुकिंग सुबह 10 बजे से और स्लीपर क्लास की बुकिंग 11 बजे से शुरू होती है। ऑनलाइन बुकिंग के लिए यात्रियों को IRCTC की वेबसाइट या मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करना होता है। बुकिंग के दौरान यात्री विवरण भरने के लिए 25 सेकंड, कैप्चा के लिए 5 सेकंड और भुगतान के लिए 10 सेकंड का समय दिया जाता है।
इतने रुपए देने होंगे ज्यादा
तत्काल टिकट पर सामान्य टिकट से अधिक किराया लगता है। यह अतिरिक्त शुल्क श्रेणी के अनुसार अलग-अलग होता है। दूसरी श्रेणी में यह 10 से 15 रुपये तक, जबकि एसी श्रेणी में 400 से 500 रुपये तक हो सकता है। यह अतिरिक्त शुल्क यात्रियों को तत्काल सेवा का लाभ लेने के लिए चुकाना पड़ता है।
टिकट रद्द करने के नियम
तत्काल टिकट रद्द करने पर आमतौर पर पैसे वापस नहीं मिलते। हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियों में रिफंड मिल सकता है। जैसे, अगर ट्रेन तीन घंटे से ज्यादा लेट हो या फिर ट्रेन का रूट बदल जाए। इसके अलावा, अगर किसी यात्री को निचली श्रेणी में शिफ्ट किया जाता है और वह यात्रा नहीं करना चाहता, तो भी रिफंड मिल सकता है।
ऑनलाइन बुकिंग में रखे ध्यान
एक यात्री एक महीने में अधिकतम 6 तत्काल टिकट बुक कर सकता है। हालांकि, आधार से सत्यापित खाते से 12 टिकट तक बुक किए जा सकते हैं। यह सीमा इसलिए लगाई गई है ताकि ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को इस सुविधा का लाभ मिल सके और टिकटों की दलाली पर रोक लगे।
इन नए नियमों से यात्रियों को तत्काल टिकट बुकिंग में काफी सहूलियत मिलेगी। इससे न सिर्फ टिकट बुकिंग की प्रक्रिया आसान हुई है, बल्कि यह सिस्टम पहले से ज्यादा पारदर्शी और सुरक्षित भी बना है।